" मैं नू कै रिया हूं मियां कि "
सुप्रीम कोर्ट ने श्रीलंका के एक नागरिक जो एक मामले में भारत में उम्र क़ैद की सजा काट रहा था ने भारत में रहने के लिए आवेदन किया था के संदर्भ में ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारत दुनिया भर के शरणार्थियों के लिए धर्मशाला नहीं है, यह बात एक श्रीलंकाई नागरिक की याचिका पर सुनवाई करते हुए कही गई, जिसने भारत में शरण मांगी थी। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अनुच्छेद 19 केवल भारतीय नागरिकों के लिए है और याचिकाकर्ता को किसी अन्य देश में शरण लेने की सलाह दी साथ ही अपनी टिप्पणी में यह भी जोड़ दिया कि भारत स्वयं 140 करोड़ की जनसंख्या के साथ समस्याएं झेल रहा है इसलिए भैया तुम पहले अपनी सजा पूरी करो और पहली फुर्सत में श्रीलंका कट लो। बात तो कायदे की है लेकिन यहां मानता कौन है जी। यक़ीन नहीं आता तो एक बानगी देखिए।
कमरुद्दीन मियां अपने पांच बेरोज़गार दोस्तों बदरुद्दी, एहसास मलिक, शकील कुरैशी, मुख़्तार अहमद और चांद मियां के साथ कराची के उजड़े हुए पार्क में बैठ कर पाकिस्तान की खस्ताहाल होती आर्थिक स्थित का आकलन कर रहे थे, वे कभी सुरसा के मुंह जैसी फैलती जा रही महगांई पर अपना ज्ञान उड़ेलते और कभी हिमालय से भी ऊंचे होते जा रहे टैक्स पर अपनी राय रख रहे थे, वो कभी सरकार को कोसते कभी गुंडन आर्मी की नाकाबलियत और कभी अमेरिका को। अच्छी बात ये थी कि अभी तक इन छहों के बीच सर फ़ुटव्वल नहीं हुई थी। एजुकेशन के नाम पर नाम मात्र की पढ़ाई वो भी मदरसे वाली। बस अच्छी बात ये थी कि सभी हाथ के कारीगर थे कोई बढ़ई, कोई माली कोई चिनाई कारीगर कोई वगैरह वगैरह।
आख़िर कार खस्ताहाल पार्क की मीटिंग के बाद छहों ने ख़ैर तय किया कि पाकिस्तान की हालत दिन ब दिन खस्ता हुई जा रही है तो ऐसा करते हैं कि पहली फुर्सत में किसी दूसरे देश में निकल लेते हैं। शकील मियां सर खुजाते हुए बोला एक बात कहूँ अगर हम पासपोर्ट वीज़ा के चक्कर में पड़े तो बेटे अगले जन्म तक भी पाकिस्तान में ही सड़ना पड़ेगा सो भैय्या मेरी राय तो जे है कि डंकी रूट पकड़कर बाहर निकल लेते हैं। कमरुद्दीन बोला मेरा एक जानकार है अबरार जो लोगों को पिछले दरवज्जे से बाहर देश भिजवा देता है। है तो थोड़ा सनकी लेकिन वो हमारा मुक़द्दर खोल सकता है सो पांचों शाम ढलते ही अबरार के घर जा धमके। मनोहर कहानियां स्टाइल में सबने अपनी अपनी व्यथा अबरार को सुना डाली। पांचों की व्यथा कथा सुनने के बाद कच्ची छलिया चबाते हुए अबरार बोला सुनो बे लकड़बग्घो ये डेली सोप मुझे मति दिखाओ, जहां कहोगे भिजवा दूंगा लेकिन पैसे पूरे लगेंगे बेटा। जैसा देश वैसा पैसा । मंजूर हो तो पैकेज दिखाऊं नहीं तो बेटा पिछले दरवज्जे से अभी बाहर निकलो।
छहों ने अपनी अपनी बत्तीसी दिखाते हुए झट पैकेज दिखाने की गुहार लगा दी। अबरार ने तुरन्त बाबा आदम के जमाने का कंप्यूटर खोला और थोड़ी देर में हर देश के डंकी रूट से भेजने की फीस, समय के साथ फायदे नुकसान का भी पिटारा खोल दिया।
👺 *“दक्षिण कोरिया”* की सीमा अवैध रूप से पार कराने पर आपको 2 लाख इंडियन रुपया भरना पड़ेगा, बीच रास्ते में पकड़े गए तो 12 वर्ष के लिये सश्रम कारागार में डाल दिया जायेगा। ठुकाई अलग से।
👺 *“ईरान”* की सीमा अवैध रूप से पार करवाने पर 1लाख इंडियन रूपए में फीस भरनी पड़ेगी। वहां खप गए तो मौज नहीं तो तुड़ाई के साथ अनिश्चितकालीन जेल।
👺 *“अफ़गानिस्तान”* की सीमा अवैध रूप से पार करवाने पर पचास हज़ार इंडियन रुपया लगेगा। अगर पकड़े गए तो वकील न अदालत का चक्कर देखते ही सीधे गोली मार दी जायेगी।
👺 *"चीनी"* सीमा अवैध रूप से पार करा दी जाएगी रुपया लगेगा 1.5 लाख वो भी इंडियन। पकड़े गए पुलिस अपहरण कर लेगी फिर ढंग से छेतेगी। तुम्हें पता चलेगा चाइना अपने बाप का भी दोस्त नहीं फिर पाकिस्तान का क्यूं कर होगा। तुम्हें यातनाएं देखकर जिंदगी से अच्छी मौत लगेगी ।
👺 *"क्यूबा"* की सीमा अवैध रूप से पार करते है तो, आपको एक राजनीतिक षडयंत्र के जुर्म में जेल में डाल दिया जायेगा। सीधे समझें ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा। फीस कुछ नहीं
👺 *"ब्रिटिश"* बॉर्डर अवैध रूप से पार करते हैं तो, आपको गिरफ्तार किया जायेगा, मुकदमा चलेगा, जेल
भेजा जायेगा और सजा पूरी करने के बाद निर्वासित वो भी पाकिस्तान में। फीस जिंदा रहे तो दे देना ।
बस अब और नहीं पढ़ा जाता अबरार भाई इससे तो हम पाकिस्तान में ही ठीक हैं। अबरार भाई दुनिया में इत्ते सारे देश हैं कोई देश तो ऐसा होगा जहां चार पैसे कमा कर ज़िन्दगी सुकुन से बिता सकें। आप तो डरा रहे हो मियां और ये क्या आप फीस इंडियन रूपए में क्यों मांग रहे हो अमेरिका का पैकेज क्यूँ न दिखाया। अबरार ने घूर कर देखा फिर बोला बहन के टको सारी दुनिया में 57 मुस्लिम देश हैं पर किसी भी मुस्लिम को किसी भी मुस्लिम देश में शरण नहीं चाहिए सोचा है ऐसा क्यूं। छहों ने अपनी न में मुंडी हिलाई तो अबरार बोला क्यों कि सबको ऐशो आराम चाहिए शरिया वाला इस्लाम का रुल नहीं और हाँ अमेरिका भिजवाने का प्रोग्राम तो सैट करवा दूँ पर तुम्हारी थूथन देखकर डंकी रूट पर पड़ने वाला वो जो जंगल है न उसके जानवर तुम्हें देख कर डर भाग जाएंगे।ख़ैर एक देश है भारत जो हमारा पड़ोसी है फ़िर सिर खुजलाते हुए बोला पड़ोसी क्या है मियां वो वास्तव में हमारा बाप ही है। हम ग़लती करते हैं वो हमें ढ़ंग से रगड़ता है युद्ध में भी और क्रिकेट में भी लेकिन भारत देश की नीतियां सभी मुस्लिम देशों से भी ज़्यादा बढ़िया है कहो तो वहां भिजवा दूं लेकिन रुपैया लगेगा 5 लाख वो इंडियन रूपए में वो एक आदमी का। पैकेज देख लो मना नहीं कर पाओगे। अबकी बारी बदरुद्दीन बोला ये ठीक रहेगा न भाषा की दिक्कत न खाने पीने की दिक्कत दिखाओ अबरार भाई दिखाओ लेकिन ये इंडियन रुपया क्यों। अबरार ने कंखियों से छहों को देखा फिर बोला पाकिस्तान के रूपए की क़ीमत ही क्या है पाकिस्तान में बे सरकार की तो बात ही छोड़ दो चलो जाहिलो स्पेशल पैकेज के तहत पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन पे अपनी गोल मटोल। दीदे गड़ाओ। छहों ने अबरार को सलाम ठोका और अपने अपने दीदे बाबा आदम के जमाने के कंप्यूटर की गंदी स्क्रीन पर गड़ा दी।
*"भारतीय"* सीमा को अवैध रूप से पार करने पर आपको वहां की विपक्षी पार्टियां निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करने को सदैव लालायित रहती हैं वो भी बिलकुल मुफ़्त मुफ़्त मुफ़्त।👇🏼
1,) एक राशन कार्ड,
02) एक पासपोर्ट,
03) ड्राइविंग लाइसेंस,
04) मतदाता पहचान पत्र
05) आधार कार्ड
06) सरकारी रियायती किराए पर आवास,
07) घर खरीदने के लिए ऋण
08) मुफ्त शिक्षा,
09) मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल,
10) नई दिल्ली में एक लाबीस्ट,
11) एक टेलीविजन,
12) पैन कार्ड
13) मुफ़्त राशन
14) मुफ़्त मकान
15) सड़क पर नमाज़ पढ़ने की आज़ादी
16) विशेषज्ञ मानव अधिकार के सेक्युलर कार्यकर्ताओं के एक समूह के साथ आपकी नियमित बैठकें।
17) भले ही आप पंक्चर बनाते हों किंतु यदि आपको लव जिहाद करना है तो करें कोई रोक टोक नहीं, बच्चियों को सूटकेस में पैक करना है करें कोई रोक टोक नहीं ज़रूरत पड़ने पर आपको लाखों की फीस लेने वाले वकीलों की फ़ौज की सहायता मिलेगी वो भी मुफ़्त
और बाकी आप जो चाहें या कहें..
*ऐसा इसलिए है कि भारत का मूल निवासी बहुसंख्यक हिंदू अपना धर्म भूल चुका है, अपनी संस्कृति खो चुका है, सहिष्णुता को धर्म बता गया है कोई खलीफा गांधी।*
पूरा पैकेज पढ़ते पढ़ते छहों की आंखों में ऐसी चमक उभरी कि सबके मुंह से एक साथ निकला अबरार मियां अल्लाह ताला आपको जन्नत बख़्शे आपने ये पैकेज पहले क्यूं नहीं दिखाया एक बात और हम इत्ता कुछ वहाँ करेंगे तो हिन्दू हमें छेतेगा नई क्या। अबरार एक दरिंदगी वाली हंसी के साथ अपना मुंह खोला और बोला अगर पहले बता देता तो तुम्हें इसका लुत्फ़ कैसे मिलता जाहिलो। अचानक चांद मियां बोल उठे एक सवाल है अबरार भाई जब भारत का पैकेज इत्ता उम्दा है तो आप क्यूं सड़ रिए हो यहां म्हारे साथ आप भी निकल लो। अबरार ने फ़िर खींसे निपोर दीं और बोला तुम ठहरे सी सल्फेट कभी नहीं समझोगे। मैं हूं असली पाकिस्तानी और इस्लाम को मानने वाला बड़े ठाठ से पाकिस्तानी पासपोर्ट पर हर दो तीन बरस में इंडिया जाता हूं शादी करता हूँ बच्चे पैदा करता हूँ और एक बार पाकिस्तान की सैर करवाकर बेगम को इंडिया छोड़ देता बच्चे के साथ। यहां तो अपने खाने के लाले पड़े हैं तो अपने छः इंडियन बच्चों का पेट कैसे भरूंगा तो बस यहां एक बेगम से 6 बच्चे उधर 2 इंडियन बीबी से 6 बच्चे। आख़िर इंडियन गवर्नमेंट फ्री राशन दे रही है न। अबरार की बातें सुनकर छहों को जोर का झटका कुछ ज़्यादा ही जोर से लगा। फिर भी शकील बोल ही पड़ा अबरार भाई आपने बताया नहीं वहाँ हिन्दुस्तान में हमें रोकने वाला कोई नई है क्या। अबरार बोला अबे C सल्फ़ेट हिन्दुस्तान का हिन्दू सेकुलर सेकुलर खेलने में व्यस्त इसलिए वो अपने ही देश में त्रस्त है ।
प्रदीप डीएस भट्ट=20052025