“जबरा
मारे रोने न दे”
29 सितम्बर की रात्रि को भारत द्वारा
पाकिस्तान अनधिकृत कश्मीर के 12 किलोमीटर अन्दर जाकर जो
कार्यवाही की गई। उसकी गूंज सिर्फ भारत
पाकिस्तान में ही नहीं वरन उसकी गर्मी विश्व पटल पर अधिक दिखी। पाकिस्तान तो अचंभित और हतप्रभ सा रह गया कि आखिर ये
हुआ तो कैसे हुआ। इससे जो छीछालेदर हुई है उससे
पाकिस्तान पूरी तरह चरमरा गया लगता है। अब तो प्रश्न पाकिस्तानी सेना और उसके सेनाध्यक्ष
माहराज राहिल शरीफ पर भी उठ रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना ऐसी कौन सी नींद में सो
जाती है जिससे उसे पता ही नहीं चलता और भारतीय सेना के पैरा कमांडो सीमा के अन्दर 12 किलोमीटर तक घुसकर पाक अनधिकृत कश्मीर
में आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए बनाये गए लौन्चिंग पैडो को पूरी तरह ध्वस्त कर
वापिस स-कुशल लौट जाती है और पाकिस्तानी सेना को कानो कान खबर भी नहीं लगती।
उडी
हमले के बाद भारत में ऐसा मौहोल हो गया था कि बस बहुत हो चूका अब तो कुछ कठोर जवाब
देना बनता ही है और ऐसा ही कठोर जवाब दिया भी गया जिसकी पाकिस्तान बिलकुल भी
उम्मीद नहीं कर रहा था। जब मियां नवाज
शरीफ़ (शराफ़त ही तो नहीं है) संयुक्त राष्ट्र में उडी हमले से उपजे भारतीय आक्रोश
को कश्मीर-कश्मीर चिल्लाकर और हवा देने की कोशिश कर रहे थे उस वक्त भारतीय सेना
पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकवादियों की सर्जरी करने का प्लान बना रही थी । जब सुषमा
स्वराज संयुक्त राष्ट्र में नवाज़ की नवाजिश (चंपी) कर रही थी उस समय भारतीय सेना सर्जिकल स्ट्राइक को अमली
जमा पहनाने की तयारी कर रही थी। और आख़िरकार 29,सितम्बर-2016 को रात्रि में इस मिशन को अंजाम तक
पहुंचा दिया गया वो भी बिना किसी जोख़िम के। जहाँ तक पाकिस्तान का प्रश्न है वो इसी
मुगालते में रहा कि भारत सिन्धु जल की पुनरीक्षा कर रहा है,पाकिस्तान को विश्व में
घेरने का प्रयास कर रहा है। किन्तु भारत ने जहाँ कुटनीतिक दबाव बयाए रक्खा वहीँ इस
बार मुहं तोड़ जवाबी कार्रवाई का भी मन बना लिया था।
इस
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सोशल मिडिया पर पाकिस्तान के विषय में बहुत सारे
चुटकुले चल निकले जिसमें पाकिस्तान की
काफी थू-थू की जा रही थाई किन्तु एक चुटकुला जो सबमें बजी मार ले गया वो कुछ इस
प्रकार था :-
नवाज़ नौकर से - आज खाने में क्या बनाया है ?
नौकर नवाज़
से - भिन्डी
की सब्जी और मसूर की दाल
नवाज़ नौकर
से - तेरा
दिमाग तो ख़राब नहीं हो गया कितने दिन से कह
रहा हूँ ,मुर्गा पका,मटन
पका, साले सुनता क्यों नहीं ?
नौकर नवाज़
से - सर
जी कल
नवाज़ नौकर
से - साले
तू भी सर्जिकल सर्जिकल करके मजाक उड़ा रहा है?
वो तो
जब भारतीय सेना के द्ग्मो द्वारा घोषणा कि जाती है कि भारतीय सेना ने पाक अनधिकृत
कश्मीर कि सीमा में 12 किलोमीटर तक अन्दर
घुसकर आतंकवादियों की घुसपैठ करने के उद्देश्य के लिए बनाये गए लौन्चिंग पैडो को
नष्ट कर दिया है और पूरी पैरा कमांडों फ़ौज सकुशल वापिस आ गई है इसके साथ ही भारत
कुटनीतिक स्तर पर २२ देशों को इस सर्जिकल स्ट्राइक कि सूचना देता है जिसमें
अमेरिका,रूस,चीन,फ़्रांस,इंग्लैंड आदि शामिल हैं तब जाकर पाकिस्तानी सेना और वहां
कि सरकार की नींद टूटती है। इसके बाद शुरू होती है पाकिस्तानी सरकार और सेना की
डैमज कंट्रोल करने की कवायद जिसमें विश्व स्तर पर ये प्रचारित किया जाता है कि
भारत झूठ बोल रहा है ऐसी कोई सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं ये तो भारत सरकार अपने
लोगों की वाहवाही लुटने का प्रपचं मात्र है। इसका कारन भी बड़ा स्पष्ट है पाकिस्तान
ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि भारतीय सेना ऐसा कुछ करेगी क्यों कि पिछला
इतिहास ऐसा ही रहा है पाकिस्तानी सेना के बुझदिल जवान धोके से पेट्रोलिंग पर गई
भारतीय सेना पर हमला करते रहे हैं और उनको मरकर उनके सर भी काटकर ले जाते रहे हैं
और हमारी तरफ से बस बयानबाजी के अतिरिक्त कुछ खास कभी नहीं हुआ जिससे पाकिस्तान को
ये सन्देश गया कि भारतीय सेना तो ऐसी ही है । किन्तु पाकिस्तान की सेना और सरकार
दोनों ही इस मुगालते में रहे कि 2014 में भारत में सरकार बदल
चुकी है। ये सरकार एक हद ही बेहूदगी बर्दाश्त कर सकती है। अति होने पर पलट वार वो
भी दोगुने दमखम से करने में यकीन रखती है।
जब से
श्री नरेन्द्र मोदी,प्रधानमंत्री,भारत सरकार ने १५ अगस्त-२०१६ को लालकिले की
प्राचीर से “बलोचिस्तान के लोगों के साथ पाकिस्तानी सेना द्वारा जो अत्याचार किया
जा रहा है पर” जब से सकारात्मक सोच के संकेत दिए हैं तब से पाकिस्तान की दिन का
चैन और रातों की नींद उड़ गई है उसे अब ये भय सता रह है कि कहीं भारत १९७१ की
पुनरावृत्ति न दोहरा दे। अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान का ४४ प्रतिशत भूभाग पहले कि तरह ही स्वतंत्र हो
जायेगा जैसे कि वह १९४७ से पूर्व में था। जहाँ तक पाकिस्तान के वर्तमान हालत का
प्रश्न है तो पहले वो वह अमेरिका का पिछलग्गू था आज चीन का । उसका न पहले कोई
अस्तित्व था न कभी होगा ? और आज जो हालत चल रहे हैं वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान
की पूर्णरूपेण सत्त्ता शंघाई से ही संचालित होगी ।अपने नार्थ इंडिया में एक कहावत
आम है कि “खायेगा मुंह लजाएँगी आँखे “ लेकिंन पकिस्तान का तो इतिहास (१९४७) से रहा है कि वो किसी का सगा
नहीं रहा है। एक दूसरी कहावत भी पाकिस्तान जब तब
चरितार्थ करता रहता है “ऐसा
कोई सगा नहीं जिसको उसने ठगा नहीं” यहाँ तक कि अपनी ही जनता तक को। पाकिस्तान में कुल
चार प्रान्त हैं लेकिन सारा कुछ सिर्फ पंजाब प्रान्त में ही निवेश किया जाता है। क्यों कि शायद पाकिस्तान को ये अंदेशा शुरू से ही है
कि आज नहीं तो कल पाकिस्तान के टुकड़े होने ही हैं वैसे भी जिस देश की सेना दैनिक
उपयोग की चीज़े बनाने में ज्यादा रूचि रखती
हो बनास्पित देश की सीमाओं को रक्षा करने के,उस सेना का तो भगवान ही मालिक है ।
उपरोक्त
से एक बात तो साफ है कि पाकिस्तान इस सर्जिकल स्ट्राइक के सदमें से बहुत दिनों तक
रहने वाला है क्यों कि इससे उसकी सेना की क्षमता पर कुठारघात हुआ है । वो इस समय
तिलमिलाया हुआ है और इस तिलमिलाहट में वो हो सकता है दो या चार और ऐसी टुच्ची
हरकतें करें लेकिन अब उसे ऐसा करने से पहले कई मर्तबा सोचना होगा क्यों की भारत ने
किसी भी फोरम में ये वादा नहीं किया है कि वो इस प्रकार की कार्रवाई दुबारा नहीं
करेगा ।
::: प्रदीप
भट्ट :::
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