-कभी कभी कुछ अचानक भी हो जाता है प्रभु-
पिछले कई दिनों से हैदराबाद में ठंड का प्रकोप (सामान्य से ज्यादा) बढा। पिछ्ले 16 बरस से दिल्ली से बाहर हैं पहले 12 वर्ष मुम्बई और अब पिछले 4 वर्षो से हैदराबाद की आबो हवा को एंजॉय कर रहे हैं। लेकिन साहब इस बार हम भी लपेटे में आ गये और वो भी पूरे धूम धाम से। गले का हाल ऐसा कि अगर गर्धव सुन ले तो उसे कम्पलेक्स हो जाए। इसी बीच 27,28 व 29 को हैदराबाद लिट फेस्ट था हमने सोचा वैसे तो किसी कार्यक्रम में जा नहीं पा रहे सो सोचा यहीं मटर गश्ती कर ली जाए। तभी राजन चौधरी पुरस्कार समारोह का निमंत्रण मिला हमने गले की हालात देखते हुए विनम्रता से मना कर दिया किंतु जब पुन: आग्रह किया गया तो इस निवेदन के साथ शामिल होने की स्वीकृति दे दी कि हम कविता पाठ नहीं कर पाएगें।
28 जनवरी-2023 की सायं को सुनीता लुल्ला जी ने फोन कर हाल चाल पूछा जब हमने कहा पहले से बेहतर हैं तो फिर अनुरोध किया कि आप कल के कार्यक्रम में सरस्वती वंदना प्रस्तुत करें, हमने बताया अभी गला इतना भी ठीक नहीं हुआ कि ये रिस्क लिया जा सके किंतु उन्होंने फिर आग्रह किया तो हमने हाँ कर दी किंतु इस अनुरोध के साथ कि सरस्वती वंदना हम स्वरचित ही पढेंगे( वैसे भी सामान्यत: हम अपनी ही रचना पढते हैं}
अगले दिन नियत समय हम पहुँच गये थोडी बहुत विलम्ब से ही सही कार्यक्रम शुरु हुआ। सरस्वती वंदना के लिए नाम पुकारा गया तो हमने माँ सरस्वती का ध्यान किया और हो गये शुरु ( वैसे भी भगवान की कृपा से स्टेज फियर हमें शुरु से ही नहीं है) आश्चर्य उपस्थित सभी ने बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी। सुनीता जी ने अपने अंदाज़ में कह दिया। और कितना अच्छा स्वर चाहिए प्रदीप जी। एक बात जो सबसे विशेष लगी वो ये कि इस बार साहित्यकारों के अलावा दो आर जे (रेडियो जॉकी) श्रीमती अनुराधा पाण्डेय एवम दीपा राज अजीश ( विशेष यह है कि दीपा राज अजीश केरल से हैं) को भी प्रदान किया जो एक अच्छा संकेत है। ये दोनों ही विदुषी रेडियों के माध्यम से हिंदी भाषा की बरसों से सेवा कर रही हैं। दूसरे सत्र में कविता पाठ भी हुआ। कुल मिलाकर एक बेहतरीन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। एक बात जो खटकी वह ये कि राजन चौधरी पुरुस्कार का कोई बैनर क्यूँ नहीं लगाया गया। जिस व्यक्ति के नाम से इस वर्ष 7 लोगों को सम्मानित एवम पुरुस्कृत (रुपये 2500/- प्रत्येक) क्या गया उसी व्यक्ति का एक बैनर भी न लगाना कई सारे प्रश्न चिन्ह खडे करता है। अगले वर्ष चयन समिती को इस पर गौर करना चाहिए।
-प्रदीप देवीशरण भट्ट-01.02.2023
No comments:
Post a Comment